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लेखनी प्रतियोगिता -22-May-2023 "धर्म का प्रभाव"

    "धर्म का प्रभाव"

धर्म अधर्म की बात नहीं,  यह बात तो अपने हृदय की है। 
है बात सबसे प्रभावशाली, किस रूप में कौन इसे अपनाता है ।। 

धर्म कभी ना बैर रखें ना गलत कभी कुछ सिखलाता है। 
पड़ जाए धर्म का सार्थक प्रभाव यदि, तो कदापि गलत नहीं करवाता है।। 

धर्म- धर्म सब करते हैं यहाँ पर, पर सही में धर्म की क्या परिभाषा है। 
धर्म कोई आडंबर नहीं यह तो बस, मनुष्य को उचित रहा दिखलाता है।। 

धर्म के नाम पर लोग यहां, कैसे कोहराम मचबातें  हैं। 
कर देते हैं जीना मुश्किल, लोगों में नफरत भड़काते हैं।। 

अनुचित इस्तेमाल धर्म का करके, लोग अपवाहे गलत फैलाते हैं। 
करवाते हैं दंगे फसाद और हत्या तक पर उतर आते हैं।। 

यदि धर्म समझ आ जाए सभी को, तो जीवन का सार बदल कर रख देता है। 
करुणा,  दया, अहिंसा, त्याग और दया हर धर्म का मूल मंत्र कहलाता है।। 

मधु गुप्ता "अपराजिता"






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8 Comments

Dilawar Singh

07-Jan-2024 09:10 AM

अद्भुत अभिव्यक्ति 👌 बहुत ही सुंदर सृजन 👏

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Punam verma

23-May-2023 11:45 PM

Very nice

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सुन्दर सृजन

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बहुत बहुत धन्यवाद और आभार🙏🙏

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